रक्षाबंधन का त्यौहार
इस रक्षाबंधन में भाई-बहन के रिश्ते के जश्न के बारे में,
मेरी ये कलम इन काग़ज़ की अदृश्य रेखांओ पर कुछ यूँ लिखती है....
जिसमें भाई-बहन का प्यार है झलका बेशुमार
बहन बाँधे भाई की कलाई पर धागा
और लेती अपनी रक्षा का वादा
प्यारी सी नोक-झोंक से बंधा है यह रिश्ता
वो हल्के से भाई का बहन की चोटी खिंचना
फिर वो गुस्से मे बहन का चिल्लाना
दोनों की लड़ाई में पापा का अपनी लाडली की तराफदारी करना
वो मम्मी की डाँट के डर से झगड़ा बंद करना...
किंतु उनके दूर जाते ही वो युद्ध फिर से आरंभ करना
कभी गुस्से से, कभी प्यार से, कभी फटकार से
वो बड़े भाई का अपनी छोटी बहन को सही राह दिखाना
वो हर लड़ाई के बाद, भाई बहन का फ़िर पहले की भाँति एक जुट होना
गुस्सा-नफरत सब है घर तक ही है सीमित
यदि बाहर कोई इनके बारे में कुछ बोल दे
तो नहीं सहते हैं भाई-बहन ये बुराई
हो जाते हैं एक जुट और लड़ते हैं एक दूसरे के लिए
वो बड़े भाई का छोटी बहन पर रोब जमाना
वो हर काम भयदोहन करके कराना
वो चुपके से उसके हिस्से की मिठाई खाना
वो कभी अपने आप कम खाके, सारी मिठाई अपनी लाडली बहन को देना
डूब के चिंतन के सागर में
उभरती हूँ सोच कर मैं बस यही...
कितना खूबसूरत रिश्ता है ये बनाया
कितना मनोहर ये दिन है बनाया
सिर्फ एक दिन नहीं ये तो एक भावना है
यह तो भाई बहन के इस प्यारे बंधन का परिणाम है
राखी, रोली और मिठाई की फुलकार है
यह तो नवीन कपड़ो में सजकर करना भाई की लंबी आयु की मुराद है
वो प्यार से भाई को तिलक करना,
उनकी आरती करना,
फिर वो रक्षा कवच बाँधना|
अरे हाँ जी... फिर उनको मिठाई खिलाना - चाहे हो काजू कतली, नारीयल बर्फी या फिर हो गुलाबजामुन,
वो सादगी से बहन का अपने भाई की लंबी आयु की कामना करना,
फिर एक मन-पसंद भेंट के लिए नोक-झोक करना|
यही तो है रक्षाबंधन की मिठास
जो निखार देती है यह त्योहार
सारे जग में सबसे सच्चा
सारे जग में सबसे प्यारे
सारे जग में सबसे निराला
होता भाई बहन का रिश्ता
यह रिश्ता है सबसे अनमोल
जिसका तराजू से हो नहीं सकता कोई मोल।
आप सभी को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं||